Sunday, November 1, 2009

Surdas

हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी (३)

देखियो चाहत कमल नैन को..
निसदिन रहेत उदासी
अखियाँ निसदिन रहेत उदासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी

आये उधो फिरी गए आँगन..
दारी गए गर फँसी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..

केसर तिलक मोतियाँ की माला..
ब्रिन्दावन को वासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..

कहोके मंकी कोवु न जाने..
लोगन के मन हासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..

सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन..
लेहो करवट कासी..
अखियाँ हरी दर्शनदरसन की प्यासी..
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी..

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